अमित शाह ने संसद में वक्फ बोर्ड द्वारा जब्त संपत्तियों को गिनवाया, कहा- क्या धमकाना चाहते हो भाई…
वक्फ संशोधन विधेयक 2025 पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने चर्चा में अपनी बात रखते हुए वक्फ बोर्ड द्वारा पूरे देश में जब्त की गईं संपत्तियों को गिनवाया। गृहमंत्री ने कहा कि हाल ही में वक्फ बोर्ड ने उत्तर रेलवे की भूमि वक्फ बोर्ड के नाम घोषित कर दी। हिमाचल प्रदेश में इस संपत्ति को वक्फ बोर्ड की संपत्ति बता कर उस पर मस्जिद बनाने का काम किया। तमिलनाडु में 250 हेक्टेयर क्षेत्रफल वाले 212 गांवों पर वक्फ का स्वामित्व हो गया। इसके अलावा, तमिलनाडु के सैकड़ों साल पुराने मंदिर में चार सौ एकड़ भूमि को वक्फ की संपत्ति घोषित कर दिया गया। कर्नाटक में एक समिति की रिपोर्ट में पाया गया है कि 29 हजार एकड़ भूमि वक्फ के बिजनेस के लिए किराए पर दे दी गई है। इसके साथ ही, 2001 से 2012 के बीच दो लाख करोड़ की संपत्ति निजी संस्थानों को 100 साल की लीज पर दे दी गई। बेंगलुरु में उच्च न्यायालय को बीच में पड़कर 602 एकड़ भूमि को जब्त करने से रोकना पड़ा।
#WaqfAmendmentBill | Union Home Minister Amit Shah says, "You (Opposition) would break this country…Through this House, I would like to tell Muslims of the country that not even one non-Muslim would come into your Waqf. This Act has no such provision. But what would the Waqf… pic.twitter.com/pUhqQqd3Re
— ANI (@ANI) April 2, 2025
अमित शाह ने कहा कर्नाटक के विजयपुर के होनवाड़ गांव की 1500 एकड़ भूमि पर दावा कर उसे भी वक्फ बोर्ड ने कब्जा कर लिया और 500 करोड़ की संपत्ति की भूमि पर फाइव स्टार होटल को हर महीने 12 हजार रुपये किराए के मूल्य से दे दिया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग आज यह कह रहे हैं कि इसका हिसाब-किताब बनाकर और इसकी देखरेख न की जाए, यह पैसा देश के गरीब मुसलमानों का है, यह पैसा धन्नासेठों की चोरी के लिए नहीं है। गृहमंत्री ने कहा कि इस स्थिति को रोकने के लिए सरकार वक्फ बोर्ड के लिए एक क़ानून लेकर आई है, और हम इसके ठेकेदार हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हम यहां संसद में इसलिए बैठे हैं और यह क़ानून लाने का उद्देश्य यही है कि देश के गरीब मुसलमानों के पैसे की रक्षा की जा सके।
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